दिनेश पाण्डेय/अजय दुबे रिपोर्टर डाला
पीड़ित परिवार ओबरा तहसील और चोपन थाने का चक्कर लगा लगा कर थक गए है ।
सोनभद्र। चोपन थाना क्षेत्र के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के बगल में एक परिवार न्याय की आस में 10 दिनों से अपने ही घर के बाहर टीन शेड के नीचे रात गुजारने को मजबूर है। इस कड़कड़ाती ठंड में दो मासूमों के साथ , एक महिला और एक 70 वर्षीय बुजुर्ग खुले में रहने को मजबूर है। पीड़ित परिवार का आरोप है की आपसी विवाद में भाई के लड़कों के द्वारा हम सब को घर से बाहर निकालकर ताला बंद कर दिया गया है। पीड़ित परिवार ओबरा तहसील और चोपन थाने का चक्कर लगा लगा कर थक गए है । पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अब पीड़ित परिवार न्याय की आस में मुख्यमंत्री से न्याय दिलाने की गुहार लगा रहा हैं। वही इस मामले में ओबरा एसडीएम ने बताया कि हमने खुद फोन के माध्यम से थाने और सीओ सिटी को फोन पर एफआईआर दर्ज करने के लिए कहा है और मौके पर नायब तहसीलदार को भी भेजा था। बता दे की चोपन थाना क्षेत्र के सिंदुरिया रोड पर स्थित चोपन सीएचसी के बगल के रहने वाले शिव पूजन दास अपने परिवार के साथ पिछले 10 दिनों से अपने ही घर के बाहर टीन शेड के नीचे रात गुजारने को मजबूर हैं। पीड़ित परिवार ओबरा तहसील और चोपन थाने के चक्कर लगा कर हार गए पर कोई सुनवाई नहीं हुई। वही मामले में News 18 के टिम से ओबरा एसडीएम ने बताया कि मेरे द्वारा कागज पर मार्क कर चोपन थाना प्रभारी को ताला खुलवाने को कहा गया था पर उसपर कोई कार्यवाही नहीं की गई फिर मैने मौके पर नायब तहसील को भेजा था पर इन लोगों का मामला कोर्ट में लंबित होने की वजह से मामले को रोक दिया गया है। कोर्ट के फैसले के बाद आगे की कार्यवाही किया जाएगा।वही मामले में पीड़ित 70 वर्षीय शिव पूजन दास अपने परिवार के सदस्यों के साथ घर के बाहर टीन शेड के नीचे पिछले 10 दिनों से रात गुजारने को मजबूर हैं। शिव पूजन दास कहना है कि हम लोग सात भाई थे जिसमें इस सात बिस्से में एक मकान बना है और सभी को बराबर हिस्सा मिला है। हमारा भी इस जमीन पर दो कमरा है और एक रास्ता है जिससे हमारे चौथे नंबर के भाई राम शकल और उनके बच्चों के द्वारा हमारे आने जाने का रास्ता रोक दिया गया है। जिससे हम लोग घर के अंदर नहीं जा पा रहे हैं। इस मामले की शिकायत ओबरा एसडीएम और चोपन इंस्पेक्टर से कई बार किए पर कोई सुनवाई नहीं हो रही है। वही पीड़िता ममता देवी ने बताया कि हम अपने बच्चे को छोड़ने स्कूल गए थे और घर पर कोई नहीं था तभी हमारे चचिया ससुर राम शकल और उनके बच्चों के द्वारा हमारे घर में जाने वाले रस्ते को रोक दिया गया। कुछ दिन पहले आपसी झगड़ा हुआ था दोनों पक्ष थाने गए थे तभी पुलिस द्वारा दोनो पक्षों पर 151 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था। इसी से नाराज भतीजों ने ताला बंद कर दिया गया। अब लगातार ओबरा तहसील और चोपन थाने का चक्कर लगाने के बावजूद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।