बलियाः सादगीपूवर्क मनाई गई बाबा साहब अंबेडकर की परिनिर्वाण दिवस
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बलिया। कलेक्ट्रेट परिसर स्थित बाबा साहब भीमराव आंबेडकर संस्थान में शुक्रवार की दोपहर बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर मौजूद लोगों ने बाबा साहब को याद किया। इस दौरान लोगों ने बाबा साहब अंबेडकर संस्थान में स्थापित बाबा साहब की आदमकद प्रतिमा सहित अन्य प्रतिमाओं पर माल्यार्पण तथा पुष्प अर्पित कर बाबा साहब को श्रद्धा सुमन अर्पित किया।
वक्ताओं ने बाबा साहब के कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। बृजेश ने कहा कि बाबा साहब आजीवन दबे कुचले समाज के लिए, सर्व समाज के लिए खासकर महिलाओं के उत्थान के लिए प्रयत्नशील रहे। ष्मानवता की क्या पहचान, मानव-मानव एक समानष् यह बाबा साहब का सपना था। बाबा साहब समतामूलक समाज की स्थापना करना चाहते थे। जिसे हमें पूरा करना है। कहा कि पूरे देश में जो छूआछूत, अमीरी-गरीबी को बाबा साहब मिटाना चाहते थे। सभी को बराबरी में लाना चाहते थे। बाबा साहब की देन है कि आज महिलाएं हवाई जहाज उड़ा रहीं है।
डा.बिकल जी ने कहा कि बाबा साहब समता, स्वतंत्रता, न्याय, बन्धुता अवसर की समानता पर राष्ट्र और समाज का निर्माण करना चाहते थे। वह अभी अधूरा है। बाबा साहब के बताये गये रास्ते पर चलना तथा उनके सपने को पूरा करना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।