महाकुंभ में चलेंगी 13000 ट्रेनें, हर दिन आएंगे 20 लाख श्रद्धालु

0

 

प्रयागराज में इस बार महाकुंभ को भव्य बनाने की तैयारी चल रही है। महाकुंभ की शुरुआत में अब ज्यादा समय नहीं बचा है। ऐसे में यहां जोर-शोर से तैयारी चल रही है। इस बीच रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रयागराज में गंगा ब्रिज का किया निरीक्षण किया। इसके साथ ही उन्होंने स्टेशन पर जो री-डेवलपमेंट का काम हुआ है उसका भी जायजा लिया। दरअसल, यहां रेलवे स्टेशन पर 12 नए फुटओवर ब्रिज बनाये गए हैं। इसके अलावा टोटल 23 परमानेंट होल्डिंग एरिया बने हैं। वहीं महाकुंभ के दौरान मोबाइल टिकटिंग का भी उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा QR कोड लगाए जाएंगे, जिससे टिकट को डायरेक्ट ऐप से डाउनलोड किया जा सकेगा।

यहां महाकुंभ के दौरान रेलवे सिक्योरिटी के लिए जो कंट्रोल रूम बनाए गए हैं, वो डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम से जुड़े होंगे। इसके अलावा महाकुंभ के दौरान 8000 RAF के अतिरिक्त जवान तैनात किये जायेंगे। वहीं अलग-अलग भाषा बोलने वाले विभिन्न राज्यों से सिक्योरिटी बुलाई जाएगी। महाकुंभ के दौरान देशभर के 50 शहरों से महाकुम्भ स्पेशल ट्रेनें प्रयागराज आएंगी। महाकुंभ में एक दिन में 20 लाख यात्री रेल के माध्यम से प्रयागराज पहुंचेंगे। इस दौरान भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 9 स्टेशनों का चयन किया गया है, जो सीधे-सीधे त्रिवेणी संगम से जुड़ेंगे।

प्रयागराज जंक्शन जो यहां का मुख्य स्टेशन है, इसके अलावा आठ ऐसे छोटे बड़े रेलवे स्टेशन हैं, जिनका रिकंस्ट्रक्शन का काम किया गया है। इन रेलवे स्टेशनों पर नए फुटओवर ब्रिज बनाए गए हैं। इन स्टेशनों की पेंटिंग की गई है। इसके अलावा स्टेशनों के आस-पास पार्किंग की सुविधा के लिए भी क्षेत्र बढ़ाया गया है। इसके साथ-साथ स्थाई होल्डिंग एरियाज का भी निर्माण किया गया है।

महाकुंभ में रेलवे के लिए सबसे बड़ा चैलेंज सिक्योरिटी को मैनेज करना होगा। इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे स्टेशनों पर एक दिन में करीब 20 लाख की आने वाली भीड़ की सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। इसके लिए 1313 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। रेलवे स्टेशन के अंदर आने वाले हर व्यक्ति पर RPF के जवानों की कड़ी नजर होगी। इसके अलावा स्टेशनों के आसपास के मुख्य चौराहों पर भी सीसीटीवी कैमरे से निगरानी रखी जा रही है। यह कंट्रोल रूम सीधे डिस्ट्रिक्ट कंट्रोल रूम से कनेक्ट रहेंगे।