लखनऊ: जल ध्यान मुद्रा में ऐतिहासिक आयोजन और विश्व रिकॉर्ड की ओर अग्रसर रोमा हेमवानी
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लखनऊ । दुनिया भर के लोग विश्व ध्यान दिवस मनाने के लिए एक हुए, जो ध्यान के मानसिक, भावनात्मक और शारीरिक लाभों को बढ़ावा देने के लिए समर्पित एक दिन है। इस महत्वपूर्ण अवसर पर रोमा हेमवानी ने जल ध्यान मुद्रा द्वारा प्राचीन योगीली का प्रदर्शन किया यह असाधारण कार्यक्रम एक नया मील का पावर स्थापित होगा जिसमें जल में ध्यान मुद्रा का सबसे लंबा रिकॉर्ड बनाने की कोशिश की गई, जो दो घंटे से अधिक समय तक चला, इस उपलब्धि को योगासन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा आधिकारिक रूप से मान्यता प्राप्त होगी। दो हजार उन्नीस में संयुक्त राष्ट्र महासमा (यू एन जी ए ) ने इक्कीस दिसम्बर को विश्व ध्यान दिवस के रूप में घोषित किया था, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य और समग्र कल्याण के लिए ध्यान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके। यह तिथि भारत में शीतकालीन संक्रांति के नाम से जानी जाती है. भारतीय संस्कृति हमें संदेश देती है कि रात भले ही कितनी लम्बी हो भीतर के अध्यात्मिक प्रकाश, ऊर्जा, उत्साह बनाये रख कर एक नये सूरज का आहवान ही जीवन का लक्ष्य होना चाहिए। इस ध्यानात्मक योग मुद्रा के द्वारा रोमा हेमवानी भारतीय संस्कृति के इसी संदेश को लोगों तक पहुंचाना चाहती हैं।