प्रतापगढः महाकुम्भ में आगजनी की घटना चिन्ताजनक- प्रमोद तिवारी

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विधान केसरी समाचार

लालगंज/प्रतापगढ़। राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने महाकुंभ में हुई भीषण आगजनी में ढ़ाई सौ से अधिक कॉटेज के राख होने को गंभीर चिन्ता व परेशानी का विषय करार दिया है। उन्होने सेक्टर उन्नीस में गीता प्रेस के शिविर समेत विभिन्न कॉटेज में आगजनी की इस घटना को सरकार के महाकुंभ में हर दृष्टिकोण से अभेदय सुरक्षा के दावे की कमजोरी कहा है। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने सरकार से कहा है कि वह आगजनी से प्रभावित शिविरों का तत्काल पुर्नवास कराए। वहीं उन्होने प्रतापगढ़ समेत पांच श्रद्धालुओं के जख्मी होने पर इन सभी की बेहतर सरकारी चिकित्सा सुनिश्चित करने पर भी जोर दिया है। उन्होनंे कहा कि यह घटना देश विदेश से महाकुंभ में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की आस्था तथा विश्वास और सनातन संस्कृति की सुरक्षा के लिए भी सरकारी प्रबन्धों की समीक्षा का एक बड़ा मुददा उजागर कर गया है।

वहीं कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने असम में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज एफआईआर को लेकर भी भाजपा पर तगड़ा हमला बोला है। उन्होनें कहा कि राहुल गांधी ने विपक्ष के धर्म का पालन करते हुए केन्द्र सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने का सवाल उठाया है। विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी संविधान और संवैधानिक संस्थाओं की स्वायतता की रक्षा की आवाज उठा रहे हैं। उन्होने कहा कि भाजपा शासित राज्यों में राहुल गांधी के खिलाफ दर्ज हो रही एफआईआर से बेपरवाह कांग्रेस देश में संविधान और संवैधानिक संस्थाओं के मोदी सरकार के दुरूपयोग के विरूद्ध संघर्ष को मजबूती के साथ जारी रखेगी। बांग्लादेश के एक घुसपैठिये के सीमा में प्रवेश तथा एक निजी कारोबारी क्षेत्र में नौकरी को लेकर भी राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने केन्द्र सरकार की जिम्मेदारी को दोषी करार दिया। उन्होनें कहा कि अर्न्तराष्ट्रीय सीमा की रखवाली की पूरी जिम्मेदारी भाजपा की केन्द्र सरकार की है। उन्होने सवाल उठाया कि सीमा से बांग्लादेशी आखिर देश के अंदर कैसे दाखिल हुआ और कैसे वह व्यापारिक प्रतिष्ठान पर लम्बे समय तक नौकरी करता रहा? राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि इसका जबाब सीधे तौर पर मोदी सरकार को देना चाहिए। उन्होने कहा कि बांग्लादेशी का देश के अंदर रहना और फर्जी अभिलेखों के सहारे नकली नागरिकता के साथ महाराष्ट्र के नामी शहर पुणे में कपड़े की दुकान पर बेरोकटोंक नौकरी करना सीमा सुरक्षा के लिए चिंताजनक है। वहीं उन्होनें कहा कि केन्द्र की मौजूदा भाजपा सरकार और महाराष्ट्र की भाजपा सरकार को भी इसके लिए दोषी करार देते हुए इन्हें भी राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में लापरवाही के लिए सह अभियुक्त बनाया जाना चाहिए। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी का बयान यहां मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल ने सोमवार को यहां निर्गत किया है।